........................हमारा तो दिमाग भन्नायरहा है । ये साला पानी काहे नहीं बरस रहा है । या कौन सा नवा नाटक अहै??? सब जने कहत रहें कि 15 जून तक मानसून आवत है पर ससुरा ये मानसून है कौन ??? और ये इतना बुलाने पर भी आ काहे नहीं रहा है ? मतलब अगर ज्यादा नाटक कर रहा है तो सरकार को चाहत है कि शक्ति का प्रयोग करें । या फिर केहू का भेजें उहका मनावै खातिर ??? मतलब पानी तो मांगता ही है ना । तो फिर काहे का सोचना । बुलाओ साले मानसून के अब्बा को ...........
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ऐसे गरियाओगे तब तो आ चुका...तनि पूजा पाठ करो..मान मनुव्वल के बिना तो नगर निगम का पानी नहीं आता और आप इन्द्र देवता का बम्बा खुलवाने के चक्कर में लगे हैं. ...धन्य हो महाराज!!
ReplyDeleteगरियाओगे तो सरे जहाँ में बरसेगा आपके सर को छोड़कर
ReplyDeleteअरे जब क्रोध का ज्वालामुखी फूट रहा हो तो उसे रोका नहीं करते.....Let it outburst
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