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भारतीय सेना : देश का गौरव

Wednesday, July 6, 2011

पिछले एक हफ्ते में कुछ ऐसी बातें हुयीं जिनके कारण मैं ये लेख लिख रहा हूँमैं उन बातों का उल्लेख नहीं करूँगा , पर ये लेख है भारतीय सेना के बारे मेंसबसे पहले तो मैं ये साफ़ कर दूं कि "मुझे गर्व है अपनी भारतीय सेना पर" । साथ ही ये बात मैं केवल बोलने और लिखने के लिए नहीं कह रहा हूँमैं ये महसूस करता हूँमैं दिल से इसे मानता हूँ
इस धरती पर अगर सबसे बड़ा बलिदान हो सकता है तो वो है जीवन कासामान्य आदमी सोच भी नहीं सकता किसी के लिए अपनी जान देने के बारे मेंपर हमारे देश के जवान जब भी देश को ज़रूरत पड़ती है तो अपनी जान तक दे डालते हैं और लोग तो उनका नाम भी नहीं जान पातेऔर सबसे बड़ी बात कि ये सब वो लोग इसी देश के लिए करते हैं जहाँ स्वार्थ की पराकाष्ठा हैयहाँ लोग पड़ोसी को चाय की पत्ती देने में बुरा मान जाते हैं तो किसी के लिए अपनी जान देना तो दूर की बात हैये वही देश है जहाँ जवानों के ताबूत बनाने में घोटाला हो जाता हैपर इन सब चीज़ों के बावजूद ये जवान अपनी जान खतरे में डालकर दिन रात मौत के साए में हमारी सुरक्षा को तत्पर रहते हैं और ज़रुरत पड़ने पर पाकिस्तान जैसे "बदजात" देश की मिट्टी पलीद भी कर देते हैंहम उनको चाहे कुछ भी दे दें पर जो वो हमारे लिए करते हैं उसका कोई मोल नहीं है


मेरा सलाम भारतीय सेना कोमुझे गर्व है कि हमारे देश की सुरक्षा ऐसी सेना के हाथ में है
 
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