"सचिन एक महान व्यक्ति और खिलाडी हैं"

Sunday, April 11, 2010

मेरे लिए क्रिकेट का मतलब है सचिन तेंदुलकर की बैटिंग । बचपन से लेकर आजतक क्रिकेट देखते हुए मुझे करीब 16-17 साल हो रहे हैं । पर अभी भी सचिन की बैटिंग ही सब कुछ है । बहुत से क्रिकेटर आये, जिन्हें मैं पसंद करता हूँ पर वो मेरे लिए कभी भी उस मुकाम तक नहीं पहुँच पाए जिस पर सचिन हैंमेरे लिए वो एक क्रिकेटर से बढ़कर हैंमैं सही मायनों में उनका सम्मान करता हूँकोई व्यक्ति अपना काम कितनी शिद्दत से कर सकता है , यह सचिन से सीखने को मिलता हैवो युवाओं के लिए एक आदर्श हैंउन्होंने साबित कर दिया है कि वो केवल एक खिलाडी ही नहीं हैं, वो अपने आप में एक "इंस्टीट्यूशन" हैं
2004 की गर्मियों में ऑस्ट्रेलियन टीम भारत आई थीएक मैच में ऑस्ट्रेलियन बॉलर ब्रैड हौग ने सचिन को आउट कर लिया । मैच के बाद वो सचिन के पास आया और सचिन से उस बॉल पर उनका साइन करने को कहासचिन ने साइन किया और लिखा "this will not happen again". तब से लेकर आजतक ब्रैड होग सचिन को दुबारा आउट नहीं कर पायातो ये है सचिन का आत्म-विश्वास । एक महान ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर एक बार भारत के कोच बनकर आये थे , श्रीमान ग्रेग चैपल । उन्होंने आते ही "युवा राग" अलापना शुरू कर दिया थावे सचिन, द्रविड़, गांगुली, कुंबले जैसे अनुभवी क्रिकेटरों के पीछे "नहा-धो" के पड़ गए थेयुवा शक्ति ठीक है , अपनी जगह सही है, पर अनुभव का भी होना ज़रूरी हैआज उनके कथित "युवा" और "प्रतिभाशाली" क्रिकेटर जो 20-20 और आईपीएल को अपना दहेज़ समझते हैं, वो भी इन चारों के आगे फेल हैंसचिन आईपीएल में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडी हैं ।
कुल-मिलकर मेरा यह कहना है कि सचिन हमेशा से सर्वश्रेष्ठ रहे हैं और आगे भी रहेंगेउनकी सब से बड़ी खासियत ये है कि वो कभी किसी के कमेन्ट पर कोई जवाब नहीं देते , बस अपना काम करते हैं । आज वो क्रिकेट में नए नए मायने स्थापित कर रहे हैंबात बस ये है कि हम सिर्फ उनका साथ दे सकते हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं , वे एक समर्पित भारतीय हैं और हम सब के बीच में से ही हैंमेरे लिए वे एक महान शख्सियत हैं, जो भारत-रत्न के हक़दार हैं , क्योंकि वे अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ हैं ।
"सचिन एक महान व्यक्ति खिलाडी हैं, ऐसे व्यक्ति कम ही होते हैं "

1 comment:

  1. Mai is blog ke ek ek shabd ka poorn roop se samarthan karta hun aur yeh bhi chahta hun ki SACHIN ko bharat ratna awashya diya jana chahiye.

    Some where i have read this line: "God wanted to play cricket thats why sachin born."
    Aur mai bhi un vyakti vishesh me hu jo is bat ko poorntah satya mante hain.

    Mere liye sachin cricket ke astitva eahne tak hamesha sarvshreshtha khiladi rahenge.

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