अनुभाव
विचार एवं अभिव्यक्ति
skip to main
|
skip to sidebar
ग़म का पता
Friday, June 29, 2012
"मुझे मेरे यार के ग़म का पता ना था,
हम तो बस ऐसे ही मिलने आये थे"
No comments:
Post a Comment
Comment To Karo.....
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Popular Posts
"कुछ वैचारिक प्रतिरोध"
क्या लिखूं यार ? कुछ वैचारिक प्रतिरोध सा महसूस हो रहा है आजकल । लेकिन ये प्रतिरोध केवल लिखने के वक़्त ही महसूस होता है । दिनभर चाहे जितनी बक...
फोन उठाना ज़रूरी है क्या ?
एक बात मेरी समझ में नहीं आती कि " घंटी बजने पर फोन उठाना ज़रूरी है क्या ? अगर नहीं उठाया तो कौन सा पहाड़ टपक जायेगा । फ़ोन ही तो है, नह...
" अहिंसा किसी एक व्यक्ति-मात्र को प्रभावित नहीं करती, ये वो गंगा है जो पूरे समाज को पाप-मुक्त बनाती है "
कुछ दिन पहले मेरी एक "भाई साब" से गरमा-गर्म, तड़कती- फड़कती बहस हो गयी कि क्या गाँधी आज के समय में उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वो ...
" न्यूज़ चैनल वालों को दीवार में चुनवा देना चाहिए "
बात अभी अभी की है । एक न्यूज़ चैनल पर अभी खबर आई की दंतेवाडा में नक्सलियों ने CRPF के 55 जवान मार दिए हैं । फिर इस खबर पर विश्लेषण शुरू हुआ ।...
स्वतंत्रता मुफ्त में नही मिलती........................
अभी जल्दी ही मैंने एक किताब पढ़नी शुरू की । किताब का नाम है " Freedom is not Free " इसके लेखक प्रख्यात वक्ता और शिक्षाविद '...
" मैं मुसाफिर हूँ, मुझे राह नहीं मंजिल से मतलब है "
मैं जिंदगी के सूखे खडंजों पर, अकेला चला जा रहा था...आहिस्ता आहिस्ता, दूर कहीं एक पेड़ दिखा, जो मुरझाया सा लगा, मैं उस...
भारतीय सेना : देश का गौरव
पिछले एक हफ्ते में कुछ ऐसी बातें हुयीं जिनके कारण मैं ये लेख लिख रहा हूँ । मैं उन बातों का उल्लेख नहीं करूँगा , पर य...
हिंदी या ENGLISH ?
वैसे तो मुझे दोनों ही भाषाएँ आती हैं, पर हिंदी की बात कुछ अलग है । हिंदी में लिखने का मज़ा ही कुछ और है । वैसे भी आजकल अगर हम हिंदी का साथ ...
क्या हम दूसरे शाहजहाँ की आशा कर सकते हैं...........
आप लोगों का तो पता नही पर भइया मुझे तो यही लग रहा है की मैं मुग़ल काल में आ गया हूँ । लखनऊ में जिस स्तर पर निर्माण कार्य चल रहे हैं उससे तो ...
"सचिन एक महान व्यक्ति और खिलाडी हैं"
मेरे लिए क्रिकेट का मतलब है सचिन तेंदुलकर की बैटिंग । बचपन से लेकर आजतक क्रिकेट देखते हुए मुझे करीब 16- 17 साल हो रहे ...
Blog Archive
►
2013
(1)
►
March
(1)
▼
2012
(6)
▼
June
(3)
यादें भी वो सभी...
सुलगते रहना है...
ग़म का पता
►
May
(1)
►
January
(2)
►
2011
(39)
►
December
(2)
►
October
(2)
►
September
(2)
►
August
(4)
►
July
(3)
►
June
(4)
►
May
(11)
►
April
(5)
►
March
(3)
►
February
(1)
►
January
(2)
►
2010
(42)
►
November
(1)
►
October
(2)
►
September
(5)
►
August
(5)
►
July
(4)
►
June
(1)
►
May
(4)
►
April
(7)
►
March
(10)
►
January
(3)
►
2009
(17)
►
November
(2)
►
October
(2)
►
September
(2)
►
August
(6)
►
July
(5)
FREE BLOGGER TEMPLATE BY
DESIGNER BLOGS
No comments:
Post a Comment
Comment To Karo.....