असफलताएं ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं । प्रत्येक सफलता एक असफलता से जन्म लेती है । ये ज़रूरी नहीं है कि हर सफल आदमी की असफलताएं उतनी ही सार्वजनिक हो जितनी की उसकी सफलताएं । हर व्यक्ति की सफलता के मायने और मानदंड अलग अलग होते हैं । कुछ लोग इन्ही तथ्यों से प्रभावित होकर उस व्यक्ति की सफलताओं का आंकलन करने लग जाते हैं और बाद में सार्वजनिक आलोचना तक चले जाते हैं । कहा जाता है कि जब आपकी आलोचना होने लगे इसका मतलब है कि आप सही मार्ग पर हैं । इन आलोचकों पर दया करनी चाहिए क्यूंकि वे स्वयं घोर मानसिक पीड़ा में होते हैं और अत्यंत नकारात्मकता से ग्रसित होते हैं । व्यक्ति की सोच बहुत महत्त्वपूर्ण होती है । सकारात्मकता जीवन बदल देती है ।
“If you think about your disaster you will get it. Brood about death and you hasten your demise. Think positively and masterfully with confidence and faith, and life becomes more secure, more fraught with action, richer in achievement and experience.”
- Swami Vivekananda
“If you think about your disaster you will get it. Brood about death and you hasten your demise. Think positively and masterfully with confidence and faith, and life becomes more secure, more fraught with action, richer in achievement and experience.”
- Swami Vivekananda