अनुभाव
विचार एवं अभिव्यक्ति
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जीवंत वे हैं ;
Wednesday, July 29, 2009
" जीवंत
वे हैं , जिनका खून गरम, हृदय नरम और पुरुषार्थ प्रखर हो ।"
- आचार्य
श्री राम शर्मा
1 comment:
ANANT
July 29, 2009 at 11:55 PM
"sabhin nachawat raam raghuraai..."
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